मुंह के कैंसर के ये हैं अजीबोगरीब कारण! जानिए क्यों नॉन-स्मोकर्स भी हैं इसकी चपेट में
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मुंह के कैंसर के ये हैं अजीबोगरीब कारण! जानिए क्यों नॉन-स्मोकर्स भी हैं इसकी चपेट में

अगर आपको लगता है कि सिर्फ सिगरेट या तंबाकू खाने से ओरल यानी मुंह का कैंसर होता है तो आप गलत हैं. कैंसर के मामले अक्सर सिगरेट और तंबाकू से जोड़े जाते हैं, लेकिन सच इससे कहीं बड़ा है. कई लोग जिन्होंने कभी नशा नहीं किया, फिर भी मुंह या गले के कैंसर से जूझ रहे हैं. असल में इस बीमारी के पीछे कई अन्य कारण हैं, आइए जानते हैं उन्हें.

 

मुंह के कैंसर के ये हैं अजीबोगरीब कारण! जानिए क्यों नॉन-स्मोकर्स भी हैं इसकी चपेट में

Mouth Cancer Symptoms: किसी को कैंसर क्यों होता है, इसका अब तक कोई सही जवाब किसी के पास भी नहीं है. बहुत से लोगों को लगता है कि सिर्फ सिगरेट, तंबाकू या गुटखा खाने वालों को ही मुंह का कैंसर हो सकता है, लेकिन सच इससे कहीं अलग और चौंकाने वाला है. हाल के मामलों में कई ऐसे मामले सामने आए हैं जिनमें कभी पेशेंट ने नशा किया ही नहीं, फिर भी वे मुंह के कैंसर की चपेट में आ गए. दरअसल इस जानलेवा बीमारी के पीछे कुछ ऐसे अजीबोगरीब और कम जाने-पहचाने कारण हैं, जिन्हें लोग अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं. अगर आप भी इन्हें इग्नोर करते हैं तो जरा सावधान हो जाइए.

ओरल कैंसर के ये भी हैं कारण
हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार भारत में पुरुषों में होने वाला सबसे आम कैंसर है मुंह का कैंसर. ज्यादातर लोगों को लगता है कि तंबाकू और सिगरेट पीने से यह कैंसर होने का खतरा रहता है. लेकिन कई अन्य कारण भी हैं जिससे मुंह का कैंसर हो सकता है. बहुत ज्यादा शराब पीना इसका एक कारण है. HPV यानी ह्यूमन पैपिलोमा वायरस से भी यह गंभीर बीमारी हो सकती है. ये मुंह के कैंसर का एक मुख्य कारण है. HPV के कारण से मुंह और गले का कैंसर होने का खतरा रहता है. HPV ओरल सेक्स से भी फैल सकता है.  

बहुत से लोगों को दातों की बीमारी के कारण भी माउथ कैंसर हो जाता है. गलत तरीके से फिट किए गए डेंचर्स से भी इसका खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है. अगर कोई दांत ज्यादा लंबाई का है या ज्यादा निकला हुआ है तो वो बार बार चोट पहुंचा सकता है, जिससे ओरल कैंसर का खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है. पुरुषों में ओरल कैंसर होने का चांस महिलाओं की तुलना में ज्यादा होता है. कुल मिलाकर, कोई भी चीज जो आपके मुंह की अंदरूनी स्किन को बार-बार नुकसान पहुंचाए, उसकी वजह से ओरल कैंसर का खतरा कई गुना तक बढ़ सकता है. जब मुंह में बार-बार चोट लगेगी, तो वो एक हद तक ठीक होती रहेगी. लेकिन कई बार चोट होने के बाद भी चोट लग जाती है यानी एक घाव पर दूसरा घाव, यह खतरनाक हो सकता है अगर लंबे समय तक ऐसा बन रह जाए.

ये लक्षण दिखाई दें तो हो जाइए सावधान

अगर मुंह में कोई छाला हो और लंबे समय से ठीक न हो रहा हो और दवा लेने के बाद भी आराम न मिले तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.

अगर आवाज में कोई बदलाव लगे या मुंह में कोई गांठ होया दर्द हो तो ये भी ओरल कैंसर के शुरुआती लक्षण होते हैं

समय रहते इन लक्षणों को जल्दी पहचान लिया जाए, तो मुंह का कैंसर ठीक किया जा सकता है.

किस टेस्ट से पता चलता है मुंह का कैंसर?

इस कैंसर को जानने के लिए सबसे पहले एक MRI या इमेजिंग टेस्ट कराया जाता है. वहीं कभी-कभी OPG यानी दांतों का एक्स-रे भी लिया जाता है. जिससे पता चल सके कि कैंसर मुंह में कितना और कहां-कहां फैला है. हालांकि मुंह के कैंसर को पक्का साबित करने के लिए सबसे जरूरी टेस्ट बायोप्सी होता है. जब तक बायोप्सी न हो तब तक कैंसर है ये नहीं मानना चाहिए.

इस खतरनाक बीमारी से बचने के लिए अपने मुंह को साफ रखें. शराब, तंबाकू और किसी भी प्रकार की सिगरेट का सेवन बिलकुल भी न करें.

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.

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